छोटे कद की हलकी पलकों वाली
लड़की ने देख डाले सपनें ऊँचे, लंबे, पूरे
और वो अपनी काली पीली मशीन
लिए बैठा सपनों का दर्जी
काटता छान्टता रहा
उसके सपनों का कद
अगर तुम्हे पता हो तो
बताओ कि अपने ही
नाप के सपनें किस
बाज़ार में मिलते है..?
Courtesy: Prachi Sumit Prakash (Chhoti aka Panji aka Maina aka Gudiya aka Priya aka Umra Falangti Ladki)
THIS IS A BLOG OF SNEHAL PATEL, THAT DESCRIBES HIS IDEAS ABOUT THE WORLD. THE PERSPECTIVE FROM WHICH HE HAS SEEN THE WORLD SO FAR. THANKS FOR VISITING MY BLOG.
Monday, January 14, 2008
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1 comment:
Thats nice poem prachi...
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