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Monday, January 14, 2008

सपनों का दर्जी

छोटे कद की हलकी पलकों वाली
लड़की ने देख डाले सपनें ऊँचे, लंबे, पूरे
और वो अपनी काली पीली मशीन
लिए बैठा सपनों का दर्जी
काटता छान्टता रहा
उसके सपनों का कद
अगर तुम्हे पता हो तो
बताओ कि अपने ही
नाप के सपनें किस
बाज़ार में मिलते है..?

Courtesy: Prachi Sumit Prakash (Chhoti aka Panji aka Maina aka Gudiya aka Priya aka Umra Falangti Ladki)

1 comment:

bluesoulcurry said...

Thats nice poem prachi...